Shiv chaisa - An Overview
Shiv chaisa - An Overview
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
बृहस्पतिदेव की कथा
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ more info हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस shiv chalisa in hindi का पाठ खूब करते हैं।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया